ज्योतिष एक विज्ञान है जो हमें अनेक चीजों के बारे में बताता है, जिसमें से एक है विदेश यात्रा का योग। ज्योतिष अनुसार, कुछ ग्रह अगर व्यक्ति के जन्मकुंडली में विशेष स्थिति में होते हैं तो वे उस व्यक्ति के विदेश जाने के योग का निर्देश करते हैं।
यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि विदेश जाना आपके जीवन में बहुत बदलाव ला सकता है। अधिकतर लोग विदेश जाना चाहते हैं क्योंकि वहां उन्हें बेहतर शिक्षा, करियर और जीवन अनुभव मिलते हैं। लेकिन, यदि आप ज्योतिष के अनुसार विदेश जाने के योग का निर्देश लेते हुए जाते हैं, तो आप अपने जीवन में नए सफलता और उद्धार की ओर एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।
ज्योतिष अनुसार विदेश जाने के योग के साथ-साथ, कुछ उपाय भी हैं जो आपको अपने विदेश जाने के सपने को साकार करने में मदद कर सकते हैं। नीचे उनमें से कुछ बताए गए हैं।
- बृहस्पति के मंत्र का जाप करें:

सूर्य देव की पूजा करें: सूर्य देव विदेश जाने के लिए उत्तम ग्रह होते हैं। उनकी पूजा विदेश जाने के लिए सफलता प्रदान करती है। सूर्य की पूजा करने के लिए आप सूर्य उपासना मंत्र जप कर सकते हैं या फिर सूर्य की आराधना कर सकते हैं।
केतु की शांति के उपाय करें: ज्योतिष के अनुसार, केतु विदेश जाने के लिए उत्तम ग्रह नहीं होता है। इसलिए, इसे शांत करना आवश्यक होता है। आप केतु की पूजा कर सकते हैं और विदेश यात्रा से पहले केतु की शांति के उपाय कर सकते हैं।
नवग्रहों का समान दर्शन करें: विदेश जाने से पहले आपको नवग्रहों का समान दर्शन करना चाहिए। इससे नवग्रहों की संतुलित चाल को सुनिश्चित किया जा सकता है।
अग्नि अष्टोत्तर नाम का जाप करें: अग्नि देव विदेश जाने के लिए उत्तम ग्रह होते हैं। अग्नि अष्टोत्तर नाम का जाप करने से विदेश यात्रा में सफलता मिलती है।
ज्योतिष अनुसार विदेश जाने के योग के अलावा, व्यक्ति के व्यवसय में सफलता प्राप्त करने के लिए भी कुछ उपाय होते हैं। इनमें से कुछ उपाय हैं:बृहस्पति की पूजा करें: बृहस्पति व्यापार और कामयाबी का कारक ग्रह होता है। उनकी पूजा व्यापार में सफलता लाने में मदद करती है। बृहस्पति की पूजा करने के लिए आप बृहस्पति उपासना मंत्र जप कर सकते हैं या फिर बृहस्पति की आराधना कर सकते हैं।
अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाएं: अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर आप जान सकते हैं कि आपके लिए कौन से व्यापार सफल होंगे और कौन से नहीं। इस तरह से आप अपने व्यवसाय को चुन सकते हैं और उसमें सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
समय के अनुसार व्यवसाय करें: ज्योतिष के अनुसार, हर काम का अपना समय होता है। आपके व्यवसाय को भी उसी समय करना चाहिए जब ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है। इस तरह से आप व्यवसाय में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
विदेश यात्रा आधुनिक दुनिया में एक सामान्य घटना बन गई है। शिक्षा, नौकरी की संभावनाएं, पर्यटन, व्यवसाय आदि के लिए कई लोग विदेश यात्रा करते हैं। ज्योतिष या ज्योतिष विज्ञान एक ऐसा शास्त्र है जो एक व्यक्ति के हॉरोस्कोप में विदेश यात्रा के लिए उचितता की जांच कर सकता है और सफल यात्रा के लिए कौन से उपाय किए जाने चाहिए, इसकी जानकारी प्रदान कर सकता है।
ज्योतिष में, नवम भाव और उसके स्वामी दोनों लंबी दूरी की यात्रा के प्राथमिक संकेतक होते हैं। यदि नवम भाव या उसके स्वामी बारहवें भाव या उसके स्वामी से जुड़ा हुआ हो, तो इससे विदेश यात्रा के एक संभावित अवसर का संकेत मिलता है। इसी तरह, यदि बारहवें भाव या उसके स्वामी मजबूत और अच्छी जगह पर हो, तो भी विदेश यात्रा का संकेत होता है।

